सक्ती। आज़ादी के बाद पहली बार ग्राम पंचायत सकरेली के आश्रित ग्राम बरपेलहाडीह में बनी सीसी रोड एक साल भी नहीं टिक पाई। लाखों रुपये की लागत से बनी यह सड़क अब जगह-जगह से फट चुकी है, गिट्टियां उखड़कर किनारे जमा हो गई हैं और पूरे मार्ग की हालत खस्ताहाल हो गई है। यह सड़क अब राहगीरों के लिए हादसों का कारण बनती जा रही है।
यह ग्राम सक्ती जिला मुख्यालय से महज कुछ कदमों की दूरी पर स्थित है, इसके बावजूद निर्माण कार्य में की गई भारी अनियमितताओं पर न तो किसी की निगाह गई, और न ही कोई कार्रवाई हुई। ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण के समय ही घटिया सामग्री का उपयोग हुआ था। सीमेंट का अनुपात कम, रेत की गुणवत्ता खराब और लेवलिंग में लापरवाही की गई।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि ठेकेदार ने निर्माण में मनमाने ढंग से कार्य किया और विभागीय इंजीनियरों ने निरीक्षण के नाम पर सिर्फ कागजों में औपचारिकता निभाई। विभागीय मिलीभगत के बिना इतनी बड़ी लापरवाही संभव नहीं है।वर्तमान स्थिति यह है कि सड़क पर चलना जोखिम भरा हो चुका है। गिट्टियों के बाहर आ जाने से दोपहिया वाहन चालकों के फिसलने की घटनाएं सामने आने लगी हैं।
ग्रामीणों ने मांग की है कि इस सड़क निर्माण की उच्चस्तरीय जांच कर दोषी ठेकेदार और अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो।
ग्रामीणों ने मांग की है कि इस सड़क निर्माण की उच्चस्तरीय जांच कर दोषी ठेकेदार और अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो।
अब यह देखना बाकी है कि भ्रष्टाचार की इस मिसाल पर विभाग कब और क्या कार्रवाई करता है, या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा।