भाजपा में मजबूत दावेदार , मगर क्या पलटू राम बिगाड़ सकते हैं खेला
कांग्रेस के लिए राह आसान या मुश्किल?
कांग्रेस के पास जिला मुख्यालय और नगर पालिका चुनाव में हार के बावजूद जनपद में अपना अध्यक्ष बनाने का अवसर है। लेकिन पार्टी के भीतर गुटबाजी और असंतोष कांग्रेस के लिए चुनौती खड़ी कर सकता है। हालांकि, तीनों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के विधायक होने से समीकरण उनके पक्ष में रह सकते हैं।
कौन मारेगा बाजी?
जनपद अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों जोड़-तोड़ में लगे हुए हैं। जहां भाजपा सरकार की ताकत का फायदा उठाने की कोशिश करेगी, वहीं कांग्रेस अपने विधायकों की पकड़ और स्थानीय समीकरणों को भुनाने का प्रयास करेगी। अब देखना यह होगा कि जनपद की राजनीति में कौन सी पार्टी अपनी रणनीति में सफल होती है और अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाती है।