बाराद्वार के युवाओं की निस्वार्थ सेवा भाव बनी मानवता की मिसाल


बाराद्वार। आज के स्वार्थी और भागदौड़ भरे जीवन में जहां लोग अपनी जरूरतों और समस्याओं में उलझे हुए हैं, वहीं बाराद्वार की गौ सेवा समिति निस्वार्थ सेवा का एक अनुपम उदाहरण पेश कर रही है। नवयुवकों दल से बनी समिति के सदस्य दिन-रात गौ माता की सेवा में जुटे रहते हैं और समाज में मानवता का जिंदा होने का एहसास कराते हैं।

समिति के कार्यों की सराहना हर जगह हो रही है। घायल या बीमार गौ माता की सूचना मिलते ही समिति के सदस्य तुरंत मौके पर पहुंचकर उपचार करते हैं। इसके अलावा, अगर कोई गौ माता मृत अवस्था में पाई जाती है, तो उसे पूरी श्रद्धा के साथ अंतिम संस्कार देकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं।
समर्पण का अनुपम उदाहरण

समिति के सदस्यों का यह सेवा भाव इस बात का प्रमाण है कि समाज में अभी भी मानवता जिंदा है। चाहे दिन हो या रात, समिति के सदस्य बिना किसी स्वार्थ के गौ माता की सेवा में तत्पर रहते हैं। उनके इस समर्पण ने बाराद्वार में ही नहीं, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है।
समाज के लिए संदेश

गौ सेवा समिति का यह कार्य न केवल गौ माता के प्रति दया और करुणा को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि जब हम निस्वार्थ भाव से किसी के लिए काम करते हैं, तो समाज में सकारात्मकता और प्रेरणा का संचार होता है।

समिति के संस्थापक राजशेखर शर्मा का कहना है कि उनका उद्देश्य केवल गौ माता की सेवा करना नहीं, बल्कि समाज को यह संदेश देना है कि सेवा और करुणा ही मानवता का असली धर्म है।

बाराद्वार की यह समिति निसंदेह हर किसी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके कार्यों के लिए न केवल सराहना की जानी चाहिए, बल्कि अन्य लोगों को भी उनसे प्रेरणा लेकर समाज की भलाई के लिए आगे आना चाहिए।


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