सांपों के लिए मसीहा बने बाराद्वार के युवा: एक साहसिक और प्रेरणादायक कार्य


बाराद्वार क्षेत्र के निवासी अंशुल अग्रवाल, हेमंत बरेठ, और विशाल यादव ने एक ऐसा साहसिक और प्रेरणादायक कार्य शुरू किया है, जो न केवल मानवता बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह तीनों सर्प प्रेमी युवा हैं, जो घरों, बाजारों, और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर निकलने वाले खतरनाक सांपों को अपने हाथों से पकड़ते हैं और उन्हें सुरक्षित जंगल में छोड़ते हैं।

साहस और सावधानी का अनूठा संगम

सांपों को देखकर जहां आम लोग घबरा जाते हैं और डर के मारे शोर मचाने लगते हैं, वहीं ये सर्प प्रेमी बिना किसी भय के सांपों को पकड़ते हैं। वे बताते हैं कि यह काम आसान नहीं है, बल्कि इसमें काफी जोखिम होता है। हर कदम पर सावधानी बरतनी पड़ती है ताकि न सांप को कोई नुकसान पहुंचे और न ही खुद को। इन युवाओं का कहना है कि सांपों को सुरक्षित जंगल में छोड़ने के दौरान भी विशेष ध्यान देना पड़ता है ताकि वे किसी अन्य खतरे में न पड़ें। उनका कहना है कि हम सांपो को इन्सान से और इन्सान को सांपो से बचाना ही हमारा कर्तव्य है।

समर्पण और साहस की कहानी

इन युवाओं ने यह कार्य बीते कई वर्षों से जारी रखा है। चाहे किसी के घर में सांप निकला हो या सार्वजनिक स्थल पर, जैसे ही उन्हें खबर मिलती है, वे तुरंत वहां पहुंच जाते हैं। अपने विशेष प्रशिक्षण और अनुभव के जरिए सांप को पकड़ते हैं और एक सुरक्षित डिब्बे में डालते हैं। इसके बाद, वे सांप को सुनसान और प्राकृतिक स्थानों पर छोड़ देते हैं, जो उनके लिए अधिक सुरक्षित होता है।

पर्यावरण संरक्षण की ओर कदम

अंशुल, हेमंत और विशाल का यह कार्य केवल मानव जीवन को सुरक्षित करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सांपों के संरक्षण और पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने का भी एक प्रयास है। सांप, जो पारिस्थितिकी तंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, अक्सर अज्ञानता के कारण मारे जाते हैं। ये युवा लोगों को जागरूक करने का भी काम करते हैं कि सांप हर बार खतरनाक नहीं होते और उनके जीवन का भी उतना ही महत्व है जितना किसी अन्य प्राणी का।

लोगों के लिए प्रेरणा

इन सर्प प्रेमियों के साहसिक कार्य को देखकर लोग प्रेरित हो रहे हैं। बाराद्वार और आसपास के क्षेत्रों में ये तीनों युवाओं को एक मिसाल के रूप में देखा जाता है। इनका कहना है कि वे इसे अपनी जिम्मेदारी मानते हैं और जब तक संभव हो, यह कार्य करते रहेंगे।

समाज को एक संदेश

अंशुल, हेमंत, और विशाल का यह कार्य समाज के लिए एक प्रेरणा है। वे दिखाते हैं कि थोड़ा सा साहस और सही दृष्टिकोण किसी भी प्राणी की जिंदगी बचाने और पर्यावरण को बेहतर बनाने में कितना महत्वपूर्ण हो सकता है। इन युवाओं की यह सेवा न केवल सराहनीय है, बल्कि एक मिसाल भी है कि कैसे हर कोई अपनी क्षमता के अनुसार समाज और पर्यावरण के लिए योगदान दे सकता है।

इन सर्प प्रेमियों के इस साहसिक कार्य के लिए समाज इनका आभारी है। यह उम्मीद की जाती है कि इनके जैसे और भी लोग आगे आएं और जीवों के संरक्षण के इस प्रयास को आगे बढ़ाएं।


Post a Comment

Previous Post Next Post