ग्राम पंचायत सरहर में जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर में अव्यवस्था और घटिया सामग्री वितरण, प्रशासन की उदासीनता पर सवाल


जांजगीर: ग्राम पंचायत सरहर में 28 नवंबर को आयोजित हुए जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर में भारी अव्यवस्था और घटिया सामग्री वितरण के कारण प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। शिविर में दिव्यांगजनों को जंग लगी और घटिया ट्राइसाइकिल बांटी गई, जबकि आयोजन में कई विभागों के स्टॉल भी अनुपस्थित रहे। शिविर के प्रचार-प्रसार की कमी ने जनता को दूर रखा, और इसने आयोजन की मंशा पर पानी फेर दिया।

शिविर में स्टॉल एक-दूसरे से ऐसे सटे हुए थे मानो एक के ऊपर एक चढ़ा हो जैसे, जिससे लोग जानकारी लेने में परेशान हुए। प्रचार-प्रसार की कमी के कारण शिविर में भीड़ कम रही, और केवल स्कूली बच्चों ने शिविर की लाज बचाई। जांजगीर कलेक्टर ने बच्चों को पढ़ाई से संबंधित जानकारी दी, लेकिन इससे शिविर के उद्देश्य को पूरा नहीं किया जा सका।

दिव्यांगजनों को दी गई ट्राइसाइकिलें न केवल जंग लगी थीं, बल्कि उनकी गुणवत्ता भी बेहद खराब थी, जो पूरी तरह से उपयोग के लायक नहीं थीं। इससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन ने इस शिविर को महज औपचारिकता तक सीमित कर दिया था।

 शिविर में आए लोगों का कहना है कि प्रशासन ने इस शिविर को गंभीरता से नहीं लिया और केवल दिखावे के लिए इसे आयोजित किया। कई आवश्यक विभागों के स्टॉल न लगाना और घटिया सामग्री वितरण से यह शिविर पूरी तरह से विफल रहा।

इस पूरी घटना ने यह साबित कर दिया कि जब प्रशासन अपनी जिम्मेदारी से जी चुराता है तो उसके परिणाम आम जनता को भुगतने पड़ते हैं। स्थानीय लोग और नागरिक समाज ने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में ऐसे आयोजनों को बेहतर तरीके से प्रबंधित किया जाए और जरूरतमंदों को गुणवत्ता वाली सुविधाएं दी जाएं, न कि घटिया सामान और अव्यवस्थाएं।


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