जांजगीर जिला में बम्हनीडीह ब्लॉक अंतर्गत ग्राम झरना के किसानों का सपना अधूरा रह गया है। पांच वर्ष पूर्व सक्ती विधायक डॉ. चरण दास महंत के प्रयासों से ग्राम झरना को अलग धान खरीदी केंद्र (धान मंडी) की सौगात मिली थी। परंतु मंडी परिसर पर कार्यालय बनाने और गोदाम निर्माण में ठेकेदार की लापरवाही और घटिया निर्माण कार्य ने इस प्रयास पर पानी फेर दिया। आज भी मंडी भवन का हैंडओवर नहीं हो सका है। गोदाम और कार्यालय निर्माण गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य के चलते मंडी कर्मचारी इसे लेने से इंकार कर रहे हैं।
फिलहाल, ग्राम पंचायत झरना के पंचायत भवन से ही बीज संग्रहण सहित अन्य मंडी से संबंधित कार्य संचालित किए जा रहे हैं। ग्रामवासियों में इस विषय को लेकर गहरी नाराजगी है।
ग्राम पंचायत झरना की सरपंच श्रीमती मालती योगेश्वर राठौर ने कहा, गांव के किसानों की समस्या को देखते हुए "विधायक डॉ. चरण दास महंत के सार्थक प्रयास से गांव को अलग धान मंडी तो मिल गई, मगर ठेकेदार के भ्रष्टाचार के कारण अब तक सुव्यवस्थित धान मंडी उपलब्ध नहीं हो पाई है।" उन्होंने मांग की है कि निर्माण कार्य की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए जल्द ही नए सिरे से मजबूत भवन का निर्माण कराया जाए।
स्थिति इतनी बदतर हो चुकी है कि हैंडओवर से पहले ही धान खरीदी केंद्र के लिए बनाए गए गोदाम और बिल्डिंग खंडहर में तब्दील हो चुके हैं। बारिश और मौसम के असर से दीवारों में दरारें पड़ चुकी हैं और छतें जर्जर हो गई हैं।
गांव के किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। ग्रामीणों की मांग है कि सरकार और प्रशासन इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप कर मंडी का निर्माण कार्य फिर से गुणवत्तापूर्ण तरीके से शुरू कराएं, ताकि आगामी खरीदी सीजन में उन्हें सुविधाजनक स्थान मिल सके।

