नया बाराद्वार: पार्षद बनने की खुमारी, चुनावी रण में कूदने बना रहे रणनीति


नया बाराद्वार में नगर निकाय चुनाव की आहट ने शहर को चुनावी खुमारी में डुबो दिया है। कोई कुर्ता प्रेस करवा रहा है, तो कोई दारू की बोतलों पर लेबल चिपकवा रहा है। पुराने पार्षद जहां अपनी कुर्सी बचाने के लिए मोहल्लों में चक्कर काट रहे हैं, वहीं नए चेहरे भी चुनावी अखाड़े में जोर-आजमाइश के लिए तैयार हैं।

चुनावी चर्चा ऐसी है कि गली-नुक्कड़ की चाय दुकानों पर “पार्षद बनाम जनता” के मुद्दे गरम हो चुके हैं। आरक्षण लागू होते ही कुछ नए उम्मीदवारों की आंखों में ‘पार्षदी सपने’ चमकने लगे हैं। इधर, कुछ शातिर लोग चुनावी मौसम में स्टॉकिस्ट बन गए हैं—कहीं आचार संहिता से पहले ‘मदिरा मैनेजमेंट’ हो रहा है, तो कहीं नोटों की गड्डियां बांधने की तैयारी चल रही है। 


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